Transformer in Hindi (ट्रांसफार्मर होता क्या है ?) 2023

आज के अपने इस पोस्ट में ट्रांसफार्मर क्या है (Transformer in Hindi) , इसकी जरूरत क्यू होती है (transformer use) , ये कितने प्रकार का होता है ये सभी तरह की जानकरी को साझा करेंगे । आप इस पोस्ट को शुरू से अंत तक पढ़े जिससे आपको सही जानकरी मिल सके ।

सभी लोग अपने घरो के आस पास लगे ट्रांसफार्मर्स को देखते होंगे । बहुत से लोग ये बात जानते भी होंगे की ट्रांसफार्मर्स / Types Of Transformer /Transformer Kya Hota Haiकितने तरह के होते है । बहुत से अभी भी लोग ऐसे है जिनको नहीं मालूम , उन सभी लोगो को मेरा ये पोस्ट बहुत मदद करेगा ।

सबसे पहले हम ये जाने की ट्रांसफार्मर होता क्या है ? (Transformer in Hindi) और ये किस तरह कार्य करता है । इसके साथ ही ये जाने की इसका अविष्कार कब हुआ था । तो चलिए मेरे इस पोस्ट पर आपको सम्पूर्ण जानकरी मिलेगी ।

Transformer in Hindi
Transformer in Hindi

What Is Transformer In Hindi

ट्रांसफार्मर एक ऐसा बिजली से चलने वाला यंत्र है जो की बिना ऊर्जा को कम किये प्रत्यावर्ती वोल्टेज को कम या ज्यादा कर सकता है । ट्रांसफार्मर जो की धारा की आवर्ती बिना बदले ही वोल्टेज को कम ज्यादा करता है।

ट्रांसफार्मर जिसका अविष्कार Michael Faraday और जोसेफ हेनरी ने किया इसे वर्ष 1831 में सबसे पहले इसके कांसेप्ट को दुनिया के सामने रखे थे ।यह एक स्थिर यन्त्र होता है क्योंकि इसमें कोई भी Moving Part नही होता है । ट्रांसफार्मर मूल रूप से एक वोल्टेज नियंत्रण उपकरण है जिसका उपयोग व्यापक रूप से प्रत्यावर्ती धारा शक्ति के वितरण और संचरण में किया जाता है।

Transformer Working Principle

ट्रांसफॉर्मर फैराडे के इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन और आपसी इंडक्शन के नियम के सिद्धांत पर काम करता है। ट्रांसफार्मर के कोर पर आमतौर पर दो कॉइल प्राइमरी कॉइल और सेकेंडरी कॉइल होते हैं। कोर लेमिनेशन स्ट्रिप्स के रूप में जुड़े हुए होते हैं।

Read This Post : CT PT Transformer in Hindi - पूरी जानकरी (2023)

दो कॉइल में उच्च पारस्परिक अधिष्ठापन होता है। जब एक प्रत्यावर्ती धारा प्राथमिक कुंडल से गुजरती है तो यह एक भिन्न चुंबकीय प्रवाह बनाता है। फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के नियम के अनुसार, चुंबकीय प्रवाह में यह परिवर्तन द्वितीयक कुंडल में एक ईएमएफ (इलेक्ट्रोमोटिव बल) को प्रेरित करता है जो एक प्राथमिक कुंडल वाले कोर से जुड़ा हुआ होता है।

एक ट्रांसफॉर्मर निम्नलिखित कार्य करता है

1एक सर्किट से दूसरे सर्किट में विद्युत ऊर्जा का स्थानांतरण करता है ।
2दो सर्किट जो आपसी प्रेरण से जुड़े हुए हैं ।
3विद्युत के आवृत्ति में किसी भी बदलाव के किये बिना विद्युत शक्ति हस्तांतरण करता है ।
4विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के माध्यम से विद्युत शक्ति का स्थानांतरण करता है ।

ट्रांसफार्मर के भाग (Transformer Parts) :

ट्रांसफार्मर के भाग जो की निचे की तरफ वर्णित है ।

ट्रांसफार्मर की Core-

कोर ट्रांसफार्मर के बीच में होती है । Core- Laminated Steel Plates से बनी होती है । कोर की पट्टी की तरह होती है , इनके बीच मिनिमम एयर गैप होता है ।

Winding-

Winding जो की एक तरह के तारों के फेरे होते है ।

Single Phase ट्रांसफार्मर में दो Winding होती है । जो की एक Primary Winding और दूसरी Secondary Winding  होती है ।  

Three Phase Transformer- में तीन Primary Winding और तीन Secondary Winding  होती है । ये सभी Insulated लेयर की मदद से एक दूसरे से आपस में जुड़े हुए रहते है ।

ट्रांसफार्मर  का Conservator टैंक

Conservator Tank जो की High Power ट्रांसफार्मर में Use होते है । इसमें ट्रांफॉर्मर के गर्म तेल ठंडा होकर वापस ट्रांसफॉर्मर में जाता है । ये ट्रांसफार्मर के ऊपरी भाग पर लगे हुए होते है ।

ट्रांसफार्मर में ब्रेअथेर

यह Conservator Tank से ही जुड़ा हुआ रहता है यह ट्रांसफार्मर की Breathing साँस लेने के काम में आता है । इसके माध्यम से ट्रांसफार्मर के अन्दर और बाहर हवा आती जाती है ।

ट्रांसफार्मर के वाल्वस

Valves के मदद से ही Transformer- Oil डाला जाता है । Valve की मदद से ही बाहर निकाला जाता है ।

ट्रांसफार्मर  का Steel Tank-

Steel Tank जो की ट्रांसफार्मर का एक अहम हिस्सा होता है।सब कुछ जैसे की कोर & Winding इसी के अन्दर होता है । Steel-Tank जो की ट्रांसफार्मर Oil से भरा हुआ होता है । यह बेलनाकार या घनाकार आकर का होता है ।

ट्रांसफार्मर की Cooling Tube

यह जो की एक रेडियेटर की तरह काम करता है । इसका मुख्य कार्य Oil को ठंडा कर देना होता है ।

तापमापी

इसका मुख्य कार्य ट्रांसफार्मर Oil और Winding का तापमान को मापना होता है । अधिक होने पर अलार्म का देना होता है ।

Types Of Transformer In Hindi :

इस पोस्ट में ट्रांसफार्मर के प्रकार के बारे में जानते है ।

1.सबसे पहले हम आउटपुट वोल्टेज के आधार पर ट्रांसफार्मर के बारे में जानते है ।

  • स्टेप अप ट्रांसफार्मर ( Step Up Transformer )
  • स्टेप डाउन ट्रांसफार्मर ( Step Down Transformer )

2.अब हम लोग फेज की संख्या के आधार पर ट्रांसफार्मर के प्रकार को जानते है ।

  • सिंगल फेज ट्रांसफार्मर ( Single phase Transformer )
  • थ्री फेज ट्रांसफार्मर ( Three phase Transformer ) 

३ अब हम लोग कोर की सरंचना के आधार पर ट्रांसफार्मर के प्रकार को जानते है ।

  • क्रोड़ प्रकार का ट्रांसफार्मर ( Core Type Transformer )
  • शैल प्रकार का ट्रांसफार्मर ( Shell Type Transformer )
  • बैरी प्रकार का ट्रांसफार्मर ( Berry Type Transformer )

4. आउटपुट कैपेसिटी के आधार पर ट्रांसफार्मर के प्रकार को जानते है ।

  • ऑटो ट्रांसफार्मर (Auto Transformer )
  • इंस्ट्रूमेंट ट्रांसफार्मर (Instrument Transformer )

अब हम जानेगे इंस्ट्रूमेंट ट्रांसफार्मर के प्रकार के बारे में आपको बता दू ये भी दो तरह के होते है ।

  • करंट ट्रांसफार्मर ( Current Transformer )
  • पोटेंशियल ट्रांसफार्मर ( Potential Transformer )

ट्रांसफार्मर को ठंडा करने के सिस्टम के आधार पर ट्रांसफार्मर के प्रकार को जानते है ।

  • नेचुरल शितलित ट्रांसफार्मर ( Naturally Cooled Transformer )
  • हवा के दबाव के द्वारा शितलित ट्रांसफार्मर ( Air Forced cooled transformer )
  • तेल द्वारा शितलित ट्रांसफार्मर ( Oil Cooled Transformer )
  • पानी द्वारा शितलित ट्रांसफार्मर ( Water cooled Transformer )

व्यापर के आधार पर ट्रांसफार्मर  के प्रकार को जानते है ।

  • शक्ति ट्रांसफार्मर ( Power Transformer )
  • वितरण ट्रांसफार्मर ( Distribution Transformer )

FAQ :

Q- ट्रांसफार्मर क्या है हिंदी?

Ans- ट्रांसफार्मर एक ऐसा बिजली से चलने वाला यंत्र है जो की बिना ऊर्जा को कम किये प्रत्यावर्ती वोल्टेज को कम या ज्यादा कर सकता है । ट्रांसफार्मर जो की धारा की आवर्ती बिना बदले ही वोल्टेज को कम ज्यादा करता है।

Q- ट्रांसफार्मर और कार्य सिद्धांत क्या है?

Ans- ट्रांसफार्मर एक ऐसा बिजली से चलने वाला यंत्र है जो की बिना ऊर्जा को कम किये प्रत्यावर्ती वोल्टेज को कम या ज्यादा कर सकता है । ट्रांसफार्मर जो की धारा की आवर्ती बिना बदले ही वोल्टेज को कम ज्यादा करता है। जो विद्युत ऊर्जा को एक मान से दूसरे मान में परिवर्तित करके फैराडे के प्रेरण के नियम के सिद्धांत पर काम करता है

Q- ट्रांसफार्मर का मात्रक क्या होता है?

Ans- ट्रांसफार्मर का मात्रक KVA होता है।

निष्कर्ष

आज के पोस्ट में मैंने आपको ट्रांसफार्मर (Transformer in Hindi) और उससे जुडी तमाम जानकरी देने का प्रयास किया । उम्मीद है आपको पोस्ट पसंद आएगा । पोस्ट पसंद आने पर शेयर जरूर करे । इस तरह के पोस्ट को पढ़ने के लिए जुड़े हमसे , इस पोस्ट को पूरा पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद !!!

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